सबा नूरी को मिला सम्मान
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभअवसर पर नेशनल ह्यूमन राइट्स एंड सोशल जस्टिस कमीशन के द्वारा समाज सेवी महिलाओ के अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए सबा नूरी को The Most Courageous Woman अवार्ड से सम्मानित किया गया गौरतलब है सबा नूरी समाज में गरीब ,असहाय ,शोषित वर्ग के लोगो के लिए लम्बे समय से उत्थान कार्य करती चली आ रही है गौरतलब है सबा इसके साथ ही साथ एंटी करप्शन फोरम के अंतर्गत करप्शन मामलो को लेकर काफी सजगता से कार्य कर रही है सबा का कहना है की मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिये महिला शब्द में ही महानता, ममता, मृदुलता, मातृत्व और मानवता की कल्याणकारी प्रवृत्तियों का समावेश है । महिलाओं के कारण ही सृष्टि में सुख-शांति, सहृदयता, सहयोग के संस्कार से संस्कृति का उत्थान और उत्कर्ष हो रहा है ।
पंडित जवाहर लाल नेहरु द्वारा कहा गया मशहूर वाक्य “लोगों को जगाने के लिये”, महिलाओं का जागृत होना जरुरी है। एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गाँव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है। भारत में, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरुरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वैश्यावृति, मानव तस्करी और ऐसे ही दूसरे विषय। लैंगिक भेदभाव राष्ट्र में सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक अंतर ले आता है जो देश को पीछे की ओर ढ़केलता है। भारत के संविधान में उल्लिखित समानता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना सबसे प्रभावशाली उपाय है इस तरह की बुराईयों को मिटाने के लिये।